दिनांक: 4 मार्च 2023
-:प्रेस विज्ञप्ति:-
शैक्षणिक परिसरों में होली उत्सव पर प्रतिबंध संबंधी 'हिंदूफोबिक' दिशानिर्देश तत्काल वापस हों: अभाविप।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित देश के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में होली को हुड़दंग जैसे नकारात्मक शब्दों के साथ जबरन जोड़ परिसर में होली न मनाने संबंधी जारी किए गए दिशानिर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग करती है।ये दिशानिर्देश होली जैसे व्यापक तथा उमंग पूर्ण त्योहार को ग़लत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करने वाले हैं।
होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होली एक ऐसा त्योहार है जिसमें व्यक्ति के अंदर के अवगुण, बुराइयां होलिका में जलाकर एक अधिक अच्छा व्यक्ति बनने का भाव है। होली का सामाजिक महत्व भी है, यह एक ऐसा पर्व है जब लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक हो जाते हैं,सभी तरह के मनभेद और मतभेद दूर हो जाते हैं। सभी व्यक्ति एक रंग में रंगकर बड़े हर्षोल्लास के साथ अपना ओहदा, पढ़ाई , सामाजिक स्थान, आर्थिक स्थिति सब भूलकर, खुलकर एक समता का अनुभव करना इस त्योहार की विशेषता है। ऐसे त्योहार को हुड़दंग कहना वास्तविकता से परे है।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, "होली मनाने को लेकर डीयू आदि के प्रपत्र सर्वथा अनुचित और मानसिक दिवालियापन के सूचक हैं। इस प्रकार के गैर ज़रूरी दिशानिर्देश होली की उमंग तथा त्योहार से जुड़े महत्वपूर्ण संदेशों के प्रसार के स्थान पर इसे ग़लत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करते हैं। सभी शैक्षणिक संस्थान इस तरह के दिशानिर्देशों को तत्काल वापस लें तथा अनावश्यक टिप्पणियां करने से बाज आएं। शैक्षणिक संस्थानों को सांस्कृतिक विषयों पर इस तरह की हिंदूफोबिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए और पक्षपातपूर्ण रूख बदलना चाहिए।"
(यह प्रेस विज्ञप्ति केंद्रीय कार्यालय मंत्री श्री दिगंबर पवार द्वारा जारी की गयी है।)
Date: 04 th March 2023
-: Press Release: -
Hinduphobic guidelines prohibiting the celebration of Holi across campuses must be withdrawn: ABVP
Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad demands that guidelines pertaining to the prohibition of Holi celebration across various universities across the nation, including Delhi University etc that associate Holi with words like hooliganism, that have negative connotations, must be withdrawn with immediate effect. Such guidelines portray a festival of joy and happiness like Holi in negative light.
Holi is a symbol of the triumph of good over evil. It is a festival that carries the message of burning our vices and turning into better people. Holi also has social significance, people come together and bury their hatchets, celebrating the festival as one, colored in the same colors irrespective of their class, creed, social and economic stature. This sense of oneness is the essence of Holi. To call this festival hooliganism is truly far from reality and unfortunate.
Yagyawalkya Shukla, National General Secretary, ABVP, said, "The notice released by DU pertaining to the prohibition of Holi celebration is absolutely unpleasant and an indicator of intellectual bankruptcy. Such unwanted directions present a nationwide celebration like Holi in bad light instead of propagating the message that the festival stands for. All educational institutions must take back such notices and must abstain from making such foul remarks. Educational institutions must abstain from making such Hinduphobic remarks on cultural subjects and change their biased attitude."
(This Press Release has been issued by Central Office Secretary Digambar Pawar)