दि. 6 दिसंबर 2024
-:प्रेस विज्ञप्ति:-
अभाविप द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर देशभर में मनाया गया सामाजिक समरसता दिवस
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि को भारत के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों सहित सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर संगोष्ठी, प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय समाज को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के विचारों की वर्तमान परिपेक्ष्य में प्रासंगिकता बताते हुए उनकी दी गई शिक्षा को आत्मसात करने का संदेश दिया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रमुख कार्यक्रमों में राष्ट्रीय युवा दिवस (12 जनवरी), राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस (09 जुलाई), और सामाजिक समरसता दिवस (06 दिसंबर) के आयोजन हैं, जो कि देशभर के सैंकड़ों जिलों में विभिन्न स्थानों पर आयोजित होते हैं। विद्यार्थी परिषद द्वारा शैक्षणिक परिसरों में सकारात्मक शैक्षिक वातावरण बनाने और समाज के विभिन्न पक्षों को समता के सूत्र में बांधने के लिए निरंतर प्रयास किए जाते रहे हैं। सभी को समान अवसर प्रदान करने के लिए अभाविप ने कई अवसरों पर प्रमुखता से आवाज उठाई है, और भविष्य में भी युवाशक्ति को सृजनात्मक कार्यों में संलग्न कर इस दिशा में कार्य करेगी। अभाविप के इस राष्ट्रीय आह्वान पर देशभर में सैंकड़ों जिलों में विस्तारित इकाई तथा प्रमुख शैक्षिक परिसर जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, बीएचयू, एचसीयू, गौहाटी विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय आदि में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा बाबा साहब के समरसता के संदेश को पहुंचाया गया। देश भर में आयोजित इन कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता दर्ज कराते हुए बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अभाविप समाज के सभी वर्गों में समानता का भाव जागृत करने के लिए निरंतर कार्य करती है। बाबा साहब के विचारों की प्रासंगिकता हमेशा है, अभाविप द्वारा इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक जागरण का कार्य किया जाता है। अभाविप की सभी इकाइयों ने इस राष्ट्रीय पर्व को भव्यता से मनाते हुए भारतीय समाज को सामाजिक समरसता का संदेश दिया है।
(यह प्रेस विज्ञप्ति केन्द्रीय कार्यालय मंत्री श्री सौरभ पाण्डेय द्वारा जारी की गई है।)
