दि. 21 अप्रैल 2024
-:प्रेस विज्ञप्ति:-
अभाविप ने संदेशखाली घटना पर राष्ट्रपति को प्रेषित किया 6 सूत्रीय ज्ञापन।
संदेशखाली को भयमुक्त बनाने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की जाये : अभाविप।
'संदेशखाली घटना की पीड़िताओं को इस जघन्य घटना के प्रभाव से उबारने के लिए हो हरसंभव सहायता।'
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा महिलाओं के सामूहिक यौन उत्पीडन, जमीन हड़पने जैसे जघन्य अपराधों की घटना मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन प्रेषित कर छह सूत्री ज्ञापन के माध्यम से निष्पक्ष जाँच द्वारा पीड़ित-पीड़िताओं को शीघ्र न्याय दिलाने एवं इस मामले में जाँच का जिम्मा केंद्रीय एजेंसियों को देकर शीघ्र सही निष्कर्ष पर पहुंचकर कार्रवाई करने, पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने, इस घटना की वास्तविकता को सामने लाने हेतु पीड़िताओं एवं साक्षियों हेतु सुरक्षित एवं सुगम हेल्पलाइन नंबर जारी करने, न्याय की सुगमता सुनिश्चित करने हेतु पीड़िताओं को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने, इस भयावह घटना से शीघ्र उबरने हेतु मनोचिकित्सकीय परामर्श सत्र उपलब्ध कराने एवं संदेशखाली को भयमुक्त बनाने हेतु केंद्रीय बलों की तैनाती की माँग अभाविप ने की है।
सन्देशखाली की घटना पश्चिम बंगाल में महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार एवं महिला असुरक्षा का चिट्ठा खोलने वाली वाली है। इस सम्बन्ध में लगातार अपराधियों को शरण दे रही पश्चिम बंगाल की ममता सरकार, पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने एवं सुरक्षित वातावरण स्थापित करने में मुख्य बाधक है।
सन्देशखाली की वीभत्स घटना के विरुद्ध अभाविप के नेतृत्व में विगत दिनों में देशभर के 250 विश्वविद्यालय परिसरों सहित 450 से ज्यादा जिलों के कुल 910 स्थानों पर लाखों छात्र-छात्राओं ने अपना आक्रोश प्रकट कर कार्रवाई की माँग की है । 5 मार्च को दिल्ली स्थित बंगभवन व कोलकाता में संदेशखाली घटना के विरुद्ध विशाल प्रदर्शन, 11 मार्च को 'उत्तरकन्या अभियान' के तहत सिलीगुड़ी के छात्र आंदोलन में बड़ी संख्या में उपस्थित विद्यार्थियों ने इस घटना पर चिंता जताई तथा कार्रवाई की माँग की।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, “ संदेशखाली घटना के बाद से ही अपने आक्रोशपूर्ण आंदोलनों के माध्यम से देश के बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने महिलाओं के पक्ष में न्याय की माँग की। परन्तु 'निर्ममता' सरकार के साथ अपराधियों का गठजोड़ न केवल पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने में बाधक है बल्कि पीड़िताओं एवं साक्षी व्यक्तियों के लिए सन्देशखाली में असुरक्षा की भावना घर कर गई है, वहां से पलायन की घटनाएं भी सामने आईं हैं। पीड़ित महिलाओं को न्याय सुनिश्चित कराने एवं संदेशखाली में सामान्य वातावरण स्थापित करने हेतु अभाविप ने महामहिम राष्ट्रपति जी को छह सूत्री यह ज्ञापन विद्यार्थी परिषद ने प्रेषित किया है, आशा है शीघ्र कार्रवाई होगी।”
(यह प्रेस विज्ञप्ति केन्द्रीय कार्यालय मंत्री श्री दिगम्बर पवार द्वारा जारी की गयी है।)
Date: 21th April 2024
-: Press Release:-
ABVP sends a Six-Point Memorandum Regarding Sandeshkhali Incident to the President of Bharat
ABVP Demands Deployment of Central Forces to Make Sandeshkhali Fear-Free
ABVP Demands for Immediate Assistance to Aid Victims of Sandeshkhali Incident
In response to the heinous crimes, including incidents of sexual harassment and land grabbing, perpetrated by leaders of the Trinamool Congress in Sandeshkhali, West Bengal, Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (ABVP) sent a six-point memorandum to the Honorable President of Bharat, Shrimati Draupadi Murmu. Through this memorandum, ABVP demands an impartial investigation to deliver justice to the victims, entrusting the responsibility of the inquiry to central agencies for immediate and effective action. Additionally, ABVP demands the establishment of secure and accessible helpline numbers for victims and witnesses, provision of free legal aid to ensure judicial recourse, availability of psychological counseling sessions to aid in recovery, and deployment of central forces to restore peace and security in Sandeshkhali.
The incident in Sandeshkhali exposes the rampant atrocities and heinous crimes against women and the dire state of women's safety in West Bengal. The Mamta government's leniency towards criminals and failure to deliver justice to victimized women by sheltering the perpetrators aggravate the situation.
In response to this gruesome incident in Sandeshkhali, ABVP has led widespread student protests across 910 locations, in more than 450 districts, including 250 university campuses nationwide, demanding immediate action. A mega protest took place on March 5th at Banga (Bengal) Bhavan in Delhi, and a huge demonstration was led by ABVP in Kolkata against heinous crimes in Sandeshkhali. On March 11th, students rallied under the Uttar Kanya Abhiyan in Siliguri, expressing concern and demanding accountability for the incident from the TMC government.
ABVP National General Secretary, Shri Yagywalkya Shukla, stated, "Since the Sandeshkhali incident, students across the country have raised their voices through vigorous protests, demanding justice for women fallen victim to heinous crimes in Sandeshkhali. However, the nexus between the 'Nirmamta' (merciless) government and criminals not only impedes justice for victims but also instills a sense of insecurity and fear among them and other residents. To ensure justice for victimized women and restore normalcy in Sandeshkhali, ABVP sent a six-point memorandum to the Honourable President of Bharat, Shrimati Draupadi Murmu, with hopes of swift action."
(This Press Release has been issued by Central Office Secretary Shri Digambar Pawar.)