दिनांक: 25 अगस्त 2023
-: प्रेस विज्ञप्ति:-
जादवपुर विवि रैगिंग मामले में प्रदर्शन कर रहे अभाविप राष्ट्रीय महामंत्री व छात्र गिरफ्तार।
पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के साथ अपराध रोकने में ममता बनर्जी विफल: अभाविप।
जादवपुर विश्वविद्यालय में नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू की रैंगिंग व मृत्यु मामले में पश्चिम बंगाल सरकार व जादवपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, राष्ट्रीय मंत्री बिराज विश्वास सहित 100 से अधिक अभाविप कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है।
आज शुक्रवार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दक्षिण बंग प्रांत इकाई द्वारा आयोजित 'चलो जादवपुर' प्रदर्शन के माध्यम से न्याय की मांग कर रहे अभाविप कार्यकर्ताओं के साथ पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा अत्यंत बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया गया, इस प्रदर्शन में शामिल छात्राओं को पुरुष पुलिस द्वारा रोकने का प्रयास किया गया व दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें बलपूर्वक घसीट कर पुलिस गाड़ी में डाला गया। आंदोलन के समय एक भी महिला पुलिस उपस्थित नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि जादवपुर विश्वविद्यालय में बीए में अध्ययनरत नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू के साथ रैंगिंग,यौन दुर्व्यवहार की घटना के बाद हॉस्टल की बालकनी से गिर स्वप्नदीप कुंडू की अस्पताल में मृत्यु हो गई। इस घटना ने पश्चिम बंगाल में छात्रों के लिए भय व्याप्त वातावरण को पुनः उजागर कर दिया है।
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री अंकिता पवार ने कहा कि," पश्चिम बंगाल की जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग की जघन्य घटना अत्यंत जघन्य कृत्य है। हमारे परिसर छात्रों के लिए सुरक्षित होने चाहिए, न कि उन्हें अपराधियों का अड्डा बनाया जाए। आज जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्वप्नदीप कुंडू के लिए न्याय की मांग कर रहे थे,तो पुलिस ने उनके साथ अत्यंत बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया गया। छात्राओं के साथ पुरुष पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। महिलाओं के लिए पश्चिम बंगाल असुरक्षित होता जा रहा है, पश्चिम बंगाल सरकार केवल सरकार की विफलताओं की आलोचना करने वालों को गिरफ्तार करने व पुलिसिया दमन में व्यस्त है।"
(यह प्रेस विज्ञप्ति केंद्रीय कार्यालय मंत्री श्री दिगंबर पवार द्वारा जारी की गयी है।)
Date: 25th August 2023
-: Press Release: -
ABVP National General Secretary and Students Arrested for Demanding Justice in the Jadavpur University Ragging Case.
'Mamata Banerjee govt Fails in Preventing Crimes Against Students in West Bengal Universities: ABVP'
At Jadavpur University, a minor student's case of ragging and death has led to protests by the Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad. ABVP National General Secretary Yagyawalkya Shukla and National Secretary Biraj Biswas, along with more than 100 activists, were brutally lathi-charged by the police today, which is highly unfortunate and condemnable.
Today, during the 'Jadavpur University Bachao' protest organized by the South Bengal unit of Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad, West Bengal police resorted to extremely brutal behavior against protesting activists demanding justice. Male police officers attempted to stop participating female students and subjected them to forceful treatment, even pushing them into police vehicles.
It is noteworthy that after the incident of ragging and sexual harassment with a minor student studying in Bachelor's of Arts at Jadavpur University, he fell from the hostel balcony and succumbed to injuries leading to his demise in the hospital. This incident has once again highlighted the atmosphere of fear prevailing among students in West Bengal.
ABVP National Secretary, Ankita Pawar, said, "The heinous incident of ragging at Jadavpur University in West Bengal is extremely condemnable. Our campus should be a safe space for students, not a haven for criminals. Today, when activists of ABVP were demanding justice for the minor student who faced ragging and sexual harassment that led to his death, the police treated them with extreme brutality. Male police officers mistreated the female students. West Bengal is becoming unsafe for women, and the state government is busy arresting those who criticize its failures and suppressing the police's misconduct."
(This Press Release has been issued by Central Office Secretary Digambar Pawar)