वृक्षारोपण आवश्यकता
आज के वर्तमान समय में विकास की अंधी दौड़ एवं बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या के कारण पृथ्वी के संसाधनों पर अत्याधिक भार हो गया है।बढ़ते प्रदूषण एवं वृक्षों की कटान के कारण हमारे पर्यावरण को अत्यधिक हानी हो चुकी है।इन सारे कारणों से पृथ्वी का तापमान साल दर साल बढ़ते ही जा रहा है जिसके कारण हमारे ग्लेशियर भी पिघल रहे हैं और समय समय पर हमें प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है।
पृथ्वी के बढ़ते तापमान एवं प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए इस वर्ष विकासार्थ विद्यार्थी प्रकल्प के माध्यम से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सम्पूर्ण भारत वर्ष में पर्यावरण संरक्षण के प्रती जागरूकता लाने हेतु वृक्षारोपण महाअभियान चलाएगी
वृक्षमित्र अभियान
पौधारोपण एवं पौधों के संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए विकासार्थ विद्यार्थी ने वृक्षमित्र अभियान की शुरुआत की। वृक्षमित्र शब्द वृक्ष+मित्र के संयोग से बना हुआ है।वृक्षमित्र अभियान से आशय है कि हम वृक्षों को अपना मित्र बनाकर उनके संरक्षण का संकल्प लेंगे एवं इस अभियान हेतु पंजीकरण कर अधिक से अधिक वृक्षारोपण करेंगे।
विकासार्थ विद्यार्थी एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्त देशवासियों से पर्यावरण संरक्षण हेतु इस पहल में जुड़ने का आह्वाहन करती है।
वृक्षारोपण (वृक्षमित्र) महाभियान
शिमला की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में तय हुए ,विद्यार्थी परिषद 75 वर्ष के शुरुआत में प्रारम्भ हुए वृक्षारोपण महाभियान की शुरुआत विश्व पर्यावरण दिवस(5 जून) से हुई और पिछले लगभग 2 महीने में यह अभियान देश में एक बड़ा जन सहभागिता का पर्यावरण संरक्षण का महाअभियान बन चुका है ।
छात्र कल का नहीं आज का नागरिक है यह हमारा सिद्धान्त पर्यावरणवरण संरक्षण के विषय में भी ' वृक्षमित्र' बनाने के माध्यम से सार्थक हुआ है । हमने जब कहा कि हम देशभर में वृक्षारोपण महाअभियान चलाएँगे तो हमने तय किया कि यह वृक्षारोपण कैंपस में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को वृक्षमित्र बनाकर और समाज में सकारात्मक काम करने वाले संगठन और संस्थाओं के सहयोग से करेंगे । जब मध्य भारत प्रान्त के राजगढ़ जिला में विकासार्थ विद्यार्थी सारंगपुर इकाई द्वारा 10000 वृक्षारोपण एक साथ किया और समाज ने अनेक पर्यावरण प्रेमियों ने इस अभियान में हमारा सहयोग किया तो यह अभियान जन सहभागिता का अभियान है ये बात सार्थक हुई साथ ही समाज की समस्याओं का समाधान समाज की सहभागीता से ही संभव है यह विकासार्थ विद्यार्थी का सिद्धांत भी सार्थक होते दिखा।
महाकौशल प्रान्त की कटनी इकाई द्वारा 1 मिनिट में 1000 पौधे और जयपुर प्रान्त में 1 मिनिट में 1100 पौधे वृक्षमित्रों के माध्यम से लगाना कार्यकर्ताओं के उत्साह और वृक्षमित्रों कि सहभागीता का प्रमाण है।
गोरक्ष प्रांत में मऊ इकाई द्वारा अनसिया वारुलउलूम मदरसा में पौधारोपण अभियान चलाया गया।
लखनऊ पश्चिम जिला इकाई द्वारा पौधारोपण अभियान चलाया गया जिसमें किन्नर समुदाय का सहयोग भी स्थानीय कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ।
अवध प्रान्त में अयोध्या , रायबरेली,मालवा प्रान्त में सांवेर इकाई द्वारा ,कानपुर प्रान्त की झांशी इकाई द्वारा भी एक साथ 2100 वृक्षारोपण किया गया ।
ग्वालियर,भोपाल में फलदार पौधे लगाकर वनों का निर्माण,औषधीय पौधों के औषधि वन इस अभियान में लगाये गए।
महाकौषल प्रान्त के कार्यकर्ताओं द्वारा वृक्षमित्र चैलेंज दिया जिसमें एक वृक्षमित्र ने भी 5 नए वृक्षमित्र बनाये।
कर्नाटक प्रान्त के #oxygenchallenge भी वृक्षारोपन महाभियान का मुख्य केंद्र विषय रहा।
विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में आम छात्रों से सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु नुक्कड़ नाटक " पेड़ लगाओ ,जीवन बचाओ" के माध्यम से आग्रह किया। विकासार्थ विद्यार्थी शिमला (SFD)और सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट Sunil Uppadhayaya Educational Trust द्वारा सरोग (घनाहट्टी) में आयोजित "वृक्षारोपण महाअभियान" के अंतर्गत 3027 पौधे रोपित किए गए| इस अभियान मे विभिन्न शिक्षण संस्थानों ने भाग लिया |
हरियाणा प्रांत के भिवानी जिले के देवराला गांव मे विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा #वृक्षमित्र के तहत राजकीय सीनियर सेकेंडरी विद्यालय, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में 1100 पौधारोपण व वितरण अभियान किया गया।
छत्तीसगढ़ प्रांत के बोडला इकाई में फेस पेंटिंग,इंदौर और रतलाम में वृक्षाथोन,भोपाल में चित्रकला प्रतियोगिता जिसमें हजारों विद्यार्थियों का सहभाग रहा। इस अभियान में प्रसिद्ध पर्यावरणविद और केलकर पुरुस्कार प्प्राप्तकर्ता इम्तियाज अली जी भी रहे।
जम्मू कश्मीर प्रान्त के रियासी महाविद्यालय इकाई में भी वृक्षारोपण हुआ।
कल धारा 370 को हटाने के तीन वर्ष पूर्ण होने पर एकात्मत दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(ABVP) की विकासार्थ विद्यार्थी(SFD) गतिविधि द्वारा "मिशन वृक्षारोपण" महाभियान के तहत जम्मू केन्द्रीय विश्वविद्यालय इकाई द्वारा केन्द्रीय विद्यालय राया (सांबा) विद्यालय में पौधारोपण किया गया ।
इस अभियान के अंतर्गत कुल 20 प्रान्तों में अब तक 128851 वृक्षमित्रों के माध्यम से 1702997 वृक्षारोपण 16083 स्थानों पर 588777 विद्यार्थियों की सहभागिता से हुआ है । इस अभियान के दौरान अलग अलग 400 विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और संस्थाओं के साथ MOU हुए हैं।
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