दिनांक: 29 जनवरी, 2022
-: प्रेस विज्ञप्ति:-
पेपर लीक घोटाले के विरुद्ध शान्तिपूर्ण प्रदर्शनरत अभाविप कार्यकर्ताओं पर राजस्थान सरकार द्वारा लाठीचार्ज निंदनीय: अभाविप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजस्थान रीट, एसआई, जे. ई. एन., पटवारी, आर. ए. एस. आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक घोटाले व धांधलेबाजी के विरुद्ध राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अभाविप के कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज की निंदा करती है।
ज्ञात हो कि राजस्थान में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक घोटालों ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बिगाड़ दिया है एवं युवाओं को निराशा में धकेलने का काम किया है। अभाविप राजस्थान में लगातार ही इन परीक्षा घोटालों के विरुद्ध एवं सरकार की दमनकारी नीति के विरुद्ध प्रखरता से लड़ाई लड़ रही है। 27 जनवरी को भी राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने शान्तिपूर्ण प्रदर्शनरत अभाविप के कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक रोका गया। पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया गया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए साथ ही साथ विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ताओं को जबरन गिरफ्तार भी किया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों पर ऐसे बलप्रयोग तथा लाठीचार्ज का विरोध करती है जिसे सरकार छात्रों की उचित मांगों के दमन के लिए प्रयोग कर रही है। अभाविप जल्द से जल्द इस पूरे मामले की सी. बी. आई. जांच कराने की मांग भी करती है ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा की,"शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर राजस्थान सरकार द्वारा लाठी चलवाना एक तानाशाही तथा संकीर्ण सोच वाली सरकार की मानसिकता को दर्शाता है जिसके खिलाफ अभविप अपनी आवाज हमेशा बुलंद करता रहेगा एवं पेपर लीक के घोटाले के विरुद्ध हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। केवल कुछ अधिकारीयों के तबादले से सरकार अपनी नाक नहीं बचा सकती और सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए छात्र समुदाय इस लड़ाई को लड़ता रहेगा"
अभविप की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि, "राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर बर्बरतापूर्वक किया गया लाठीचार्ज निंदनीय है जो राजस्थान सरकार की तानाशाही रवैये को दर्शाता है।अभाविप का देश भर का कार्यकर्ता राजस्थान के छात्रों के साथ खड़ा है। सरकार को इस पेपर घोटाले की सी. बी. आई. जांच करानी चाहिए एवं छात्रों के साथ न्याय करना चाहिए।"
(यह प्रेस विज्ञप्ति केन्द्रीय कार्यालय मंत्री सुमित पाण्डेय द्वारा जारी की गई है।)