आईआईटी मुंबई के छात्र की आत्महत्या मामले में मृतक छात्र पर अपुष्ट आरोप लगाना निंदनीय: अभाविप

दिनांक: 13 अप्रैल 2023  

-:प्रेस विज्ञप्ति:-

 

आईआईटी मुंबई के छात्र की आत्महत्या मामले में मृतक छात्र पर अपुष्ट आरोप लगाना निंदनीय: अभाविप

'शिक्षा संस्थाओं में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए सरकारें उठायें शीघ्र कदम।'

 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, आईआईटी मुंबई के छात्र दर्शन सोलंकी की दुखद आत्महत्या मामले में गठित एसआईटी द्वारा सहपाठी अरमान इक़बाल की गिरफ़्तारी, के पश्चात दर्शन सोलंकी को बदनाम करने हेतु किये जा रहे षड्यंत्र की कड़ी निंदा करती है। इस मामले के आरंभ में वामपंथी छात्र संगठनों व कुछेक अन्य संगठनों द्वारा झूठ की बुनियाद पर जिस प्रकार से जातिगत वैमनस्यता फैलाने के निंदनीय प्रयास हुए तथा आईआईटी मुंबई सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों की छवि धूमिल करने तथा शैक्षणिक वातावरण को अशांत करने के कुत्सित प्रयास हुए, वह बेहद गैर-जिम्मेदाराना तथा दुर्भाग्यपूर्ण है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग सहित सभी छात्रों की समस्यायों के प्रति संवेदनशील है तथा जिम्मेदार छात्र संगठन के रूप में छात्र-छात्राओं की समस्याओं को सुलझाने की दिशा में नेतृत्वकारी भूमिका में परिवर्तन के लिए प्रयासरत है।वामपंथी छात्र संगठनों सहित कुछेक अन्य संगठनों ने देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में जातिगत भेदभाव का झूठा तथा विभाजनकारी एजेंडा चलाने के प्रयास किए, जिससे देश में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं के मामलों को रोकने तथा न्याय मिलने की संभावनाओं के प्रयासों में बाधाएं उत्पन्न हुईं हैं। दर्शन सोलंकी की आत्महत्या मामले में आरोपी की गिरफ्तारी से इस घटना को ग़लत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करने के प्रयासों में लगे असामाजिक तत्वों में सन्नाटा छा गया है क्योंकि सच्चाई उनके दावों के विपरीत दिशा में है।

देश के अलग-अलग शहरों से छात्र-छात्राओं की आत्महत्या की दुखद घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए सही कारणों का पता लगा; सरकार, शैक्षणिक संस्थानों तथा समाज सहित सभी हितधारकों को इस बड़ी समस्या के समाधान निमित्त कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे मामलों को ग़लत संदर्भों से जोड़ असामाजिक तत्त्व ध्यान न भटका पाएं।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, "आईआईटी मुंबई सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं की आत्महत्या की दुखद घटनाएं हुईं हैं। ऐसे दुखद कृत्य रूकें, इसलिए शीघ्रातिशीघ्र प्रयास किए जाने चाहिए। अभाविप की माँग है कि शैक्षणिक परिसरों को आनंदमय सार्थक छात्र जीवन का केन्द्र बनाने के लिए प्रयास हों तथा आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाए। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि परिसर में किसी भी प्रकार के भेदभाव के लिए स्थान न हो तथा मनगढ़ंत बातों से परिसरों का माहौल दूषित करने वालों पर नकेल कसी जाए। अभाविप छात्र-छात्राओं से आह्वान करती है कि परिसरों में किसी भी प्रकार के भेदभाव के विरुद्ध एकजुट हों तथा हमारे परिसर सकारात्मक गतिविधियों का केन्द्र हों-इस दिशा में हम साथ मिल प्रयास करें।"

(यह प्रेस विज्ञप्ति केंद्रीय कार्यालय मंत्री श्री दिगंबर पवार द्वारा जारी की गयी है।)

 

Date: 13th April 2023

-: Press Release: -

Unverified allegations on the deceased student in IIT Mumbai suicide case highly condemnable: ABVP

Governments must take immediate action to stop the increasing incidents of suicide in educational institutions in the country

Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad strongly condemns the conspiracy to defame Darshan Solanki after the arrest of classmate Armaan Iqbal by the SIT constituted in connection with the tragic suicide of IIT Mumbai student Darshan Solanki. At the outset of this matter it was observed that several attempts were made by the left affiliated student organisations and some other organisation to spread caste hatred and disharmony. These malicious attempts to tarnish the image of IIT Bombay and other educational institutions based on lies and fake narratives are highly condemnable and unfortunate. Such attempts hamper the educational environment of the institutions which is very unfortunate and irresponsible.

As a responsible student organisation, ABVP is sensitive towards the problems of all students including students from Schedule Castes and Schedule Tribes communities. ABVP is relentlessly trying to lead from the front to bring a positive change in this direction and solve the problems of students. The leftist organisations and some other organisations have started a false and divisive agenda of caste discrimination in various educational institutions of the country which is hindering the current need to address the issue of rising number of suicides by the students in the country, which is ultimately delaying the process of justice. Arrest of the accused in Darshan Solanki case has silenced the anti-social elements who were trying hard to give a different colour to this matter and were trying to hide the truth under the fake narrative of caste disharmony.

The tragic instances of suicide cases in the educational institutions of the country are continuously coming to fore. The government along with educational institutions and other stakeholders must conduct a thorough investigation in these cases to find the reasons behind this huge problem. It is also important that government must take step in the direction of curbing the fake news and narratives that are being created by the anti social elements. It needs to be ensured that anti-social elements do not divert attention by linking such matters with wrong contexts.

National General Secretary of ABVP Yagywalkya Shukla said, "In the recent times there have been several tragic incidents of suicide by the students in the educational institutions of the country including IIT Bombay. Rapid action should be taken to put an end to such tragic and heart wrenching incidents. ABVP demands that the educational institutions should be made a centre of happy and meaningful student life. ABVP further demands that best efforts and plans along with proper implementation should be made in this direction to stop the suicide cases. The administration must ensure that there is no place for any kind of discrimination in the campus and should take strict action against those who contaminate the atmosphere of campuses with fabricated stories. ABVP calls upon the student community to stand united against any kind of discrimination in the campuses and make our campuses centers of positive activities – let us work together in this direction.”

(This Press Release has been issued by Central Office Secretary Digambar Pawar)

 

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