स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन हृदय विदारक

दिनांक: 6 फरवरी, 2022

-: शोक संदेश:-

स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन हृदय विदारक

 

भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन से सम्पूर्ण देश शोक संतप्त है। 92 वर्ष की आयु में लता मंगेशकर जी ने रविवार 6 फरवरी 2022 को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम साँस ली। कोरोना वायरस से पीड़ित होने के पश्चात लता मंगेशकर जी को 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, तभी से वह बीमार चल रही थीं।

 

माँ सरस्वती की पुत्री लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। लता मंगेशकर ने 5 वर्ष की आयु में ही काम करना शुरू कर दिया था। लता मंगेशकर जी को भारत सरकार द्वारा 1969 में पद्म भूषण, 1999 में पद्म विभूषण और वर्ष 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। विश्व में फैले हुए करोड़ों भारतीयों के भावविश्व का अविभाज्य हिस्सा बनी लता जी ने अपने गीतों के शब्द - सुरों से उनके जीवन के प्रत्येक अच्छे-बुरे प्रसंगों को संवारा। "ऐ मेरे वतन के लोगों" लता जी के इस गीत ने प्रत्येक भारतीय के दिल को झकझोर दिया।

 

अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी ने कहा "स्वर कोकिला, भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन से भारत ने अपनी सबसे प्रिय आवाज को सदैव के लिए खो दिया है। उनका निधन संगीत, कला जगत के साथ-साथ संपूर्ण देश के लिए अपूरणीय क्षति है। अभाविप ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करती है।”

 

अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो छगनभाई पटेल, राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री प्रफुल्ल आकांत एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो मिलिंद मराठे ने समस्त मंगेशकर कुटुम्ब, हिंदी फ़िल्म, संगीत व कला जगत की इस अपूरणीय क्षति पर शोक व्यक्त किया एवं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान प्रदान करने की कामना की।

 

 

 

(यह शोक संदेश केन्द्रीय कार्यालय मंत्री सुमित पाण्डेय द्वारा जारी किया गया है।)

 

 

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