दिनांक: 15 फरवरी 2022
-: प्रेस विज्ञप्ति:-
लावण्या आत्महत्या मामले में तमिलनाडु सरकार के सांप्रदायिक तुष्टिकरण के विरोध में अभाविप का देश भर में प्रदर्शन
लावण्या को न्याय मिलने और गैरकानूनी तौर पर गिरफ्तार हुए कार्यकर्ताओं की
रिहाई का संघर्ष जारी: अभाविप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिनांक 14 फ़रवरी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री आवास पर लावण्या आत्महत्या मामले में डीएमके सरकार द्वारा सांप्रदायिक तुष्टिकरण के विरोध एवं आंदोलनरत कार्यकर्ताओं के साथ किए गए अनैतिक व्यवहार एवं असंवैधानिक गिरफ़्तारी के विरोध में व लावण्या के लिए न्याय की मांग को लेकर देश के सभी राज्यों में ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
राजधानी दिल्ली में भी, तमिलनाडु भवन के सामने कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय महामंत्री एवं अन्य गिरफ़्तार किये गए कार्यकर्ताओं की शीघ्र रिहाई के साथ लावण्या आत्महत्या मामले में न्याय की मांग के साथ प्रदर्शन किया गया। साथ ही, भोपाल, बैंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, पोर्ट ब्लेयर, अगरतला, राँची, जालंधर, जम्मू, शिमला, पटना सहित देश के प्रमुख नगरों में तीव्र आंदोलन हुए जिनमें राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने नेतृत्व किया।
विदित हो कि तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सेक्रेड हर्ट्स स्कूल में पढ़ने वाली 17 वर्ष की छात्रा लावण्या एम ने स्कूल प्रशासन द्वारा डाले जा रहे मतांतरण के दबाव के कारण आत्महत्या कर ली। राज्य सरकार द्वारा मामले को दबाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय मंत्री मुथु रामलिंगम सहित न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कल तमिलनाडु पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर मध्यरात्रि में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ऐसे दुर्दांत व्यवहार के प्रतिकार के लिए, आज अभाविप के आवाह्न पर पूरे देश में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए जिसमें राष्ट्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह तोमर एवं राष्ट्रीय मंत्री प्रेरणा पवार को गिरफ़्तार भी किया गया। अभाविप पूरी निष्ठा के साथ, लावण्या के न्याय की आवाज़ को पुरजोर तरीके से उठा रही है।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री श्री जीत सिंह ने कहा, "तमिलनाडु सरकार का लावण्या मामले में व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करना तथा उन्हें गलत मुकदमे में फँसाना, तमिलनाडु सरकार की नीयत को दर्शाते हैं। अभाविप के कार्यकर्ता इन दमनकारी नीतियों से घबराने वाले नही हैं। हम लावण्या के लिए न्याय की माँग को बल देते रहेंगे।
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री कु. साक्षी सिंह ने कहा, " लावण्या के न्याय की आवाज़ देश के कोने-कोने से निकल कर आ रही है। देश भर के शिक्षण संस्थानों में छात्र लावण्या के न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह लड़ाई एक छात्रा की न होकर, देश भर के सभी छात्र-छात्राओं की है जो मतान्तरण के लिए प्रताड़ना को झेलते हैं। अभाविप ने आज देश भर में विरोध प्रदर्शन किया है तथा यदि हमारे कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा गया तो यह प्रदर्शन देश भर में जारी रहेंगे।"
(यह प्रेस विज्ञप्ति केन्द्रीय कार्यालय मंत्री सुमित पाण्डेय द्वारा जारी की गई है।)
